सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की वाणी वंदना के साथ शुरू हुआ साहित्य आजतक 2019
तीन दिन तक चलने वाले साहित्य के महाकुंभ साहित्य आजतक में कला, साहित्य, संगीत, संस्कृति और सिनेमा जगत की मशहूर हस्तियां शामिल हो रही हैं. बता दें कि साल 2016 में पहली बार 'साहित्य आजतक' की शुरुआत हुई थी. साहित्य आजतक कार्यक्रम के आयोजन का यह चौथा साल है.
वाणी वंदना के साथ शुरू हुआ साहित्य आजतक (Credit: Vikram Sharma)
साहित्य का सबसे बड़ा महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2019' का आगाज हो गया है. साहित्य, कला, संगीत, संस्कृति का यह जलसा आज से 3 नवंबर तक चलेगा. शुक्रवार सुबह साहित्य आजतक का आगाज छायावादी युग के प्रसिद्ध कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की वाणी वंदना से हुआ, कलाकारों ने '...वर दे वीणावादिनी वर दे' को गुनगुनाया. साहित्य आजतक कार्यक्रम का आयोजन इस बार भी दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में किया गया है.
तीन दिन तक चलने वाले साहित्य के महाकुंभ साहित्य आजतक में कला, साहित्य, संगीत, संस्कृति और सिनेमा जगत की मशहूर हस्तियां शामिल हो रही हैं. बता दें कि साल 2016 में पहली बार 'साहित्य आजतक' की शुरुआत हुई थी. साहित्य आजतक कार्यक्रम के आयोजन का यह चौथा साल है.
इस बार साहित्य आजतक में कई और भारतीय भाषाओं के दिग्गज लेखक भी आ रहे हैं. जिनमें हिंदी, उर्दू, भोजपुरी, मैथिली, अंग्रेजी के अलावा, राजस्थानी, पंजाबी, ओड़िया, गुजराती, मराठी, छत्तीसगढ़ी जैसी भाषाएं और कई बोलियां शामिल हैं.
1 नवंबर- पहले दिन का कार्यक्रम 11.45-12.00 सरस्वती वंदना के साथ साहित्य आजतक का आगाज 12.00-13.00 सूफी संगीत के दिग्गज कैलाश खेर बिखेरेंगे सुर. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शिक्षा क्षेत्र में आई क्रांति पर करेंगे बात. 13.00-14.00 कृष्णा और नामवर के नाम सत्र में मशहूर लेखक और कवि अशोक वाजपेयी, निर्मला जैन और गगन गिल शामिल होंगे. जो प्रतिष्ठित आलोचक नामवर सिंह और ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता लेखिका कृष्णा सोबती को याद करेंगे. 14.00-15.00 हंसते-हंसते दम निकले सत्र में लेखक और कवि अशोक चक्रधर, सुरेंद्र शर्मा, अरुण जेमिनी, सुनील जोगी अपनी कविताएं पेश करेंगे. 15.00-16.00 लेखक और अभिनेता अनुपम खेर अपनी आत्मकथा पर बात करेंगे. 16.00-17.00 कवि सम्मेलन में मशहूर कवि कुमार विश्वास अपनी कविताओं से समा बांधेंगे. 17.00-17.30 बापू के नाम सत्र में सिंगर विद्या शाह शामिल होंगे. 18.45-19.30 तबला वादक निखिल परालिकर की परफॉर्मेंस. 20.30-21.30 एक शाम सूफियाना संगीत के नाम सत्र में निज़ामी ब्रदर्स की जुगलबंदी
2 नवंबर- दूसरे दिन का कार्यक्रम 11.00-11.45 भोजपुरी स्टार रवि किशन और मनोज तिवारी के भोजपुरियां संगीत से होगी शुरुआत. 11.45-12.30 एक्टर और अभिनेता आशुतोष राणा अपनी कविताओं से युवाओं में जोश भरेंगे. 12.30-13.15 सब बढ़िया है सत्र में गीतकार वरुण ग्रोवर बांधेंगे समा. 13.15-02.00 अभिनेता और कवि शैलेश लोढ़ा अपनी राय साझा करेंगे. 02.00-02.45 हमको सिर्फ तुमसे प्यार है सत्र में गीतकार समीर अपने गीतों से युवाओं को क्रेजी करेंगे. 02.45-03.30 गीतकार मालिनी अवस्थी की लोक गायिकी. 03.30-04.15 लेखर और गीतकार प्रसून जोशी मंच पर होंगे. 04.15-05.00 साहित्य के यंगिस्तान सत्र में लेखक सत्य व्यास और दिव्य प्रकाश दुबे शिरकत करेंगे. 05.00-06.00 इरशाद कामिल की बैंड परफॉर्मेंस. 06.00-08.00 सौरभ शुक्ला का चर्चित नाटक 'बर्फ' और नाटक 'अकबर द ग्रेट नहीं रहे' रंग मंच की खास प्रस्तुति. 08.00-09.00 रुहानी सिस्टर्स की कव्वाली.
3 नवंबर- तीसरे दिन का कार्यक्रम 11.00-12.00 ऐसी लागी लगन फेम अनूप जलोटा अपनी धुन छेड़ेंगे. 12.00-12.45 कवि अशोक वाजपेयी, लेखक और पत्रकार राहुल देव, लेखर पुष्पेश पंत मंच पर होंगे. 12.45-01.30 कवि और गीतकार मनोज मुंतशिर अपना गायन पेश करेंगे. 01.30-02.30 सिंगर पंकज उधास अपने गानों से समा बांधेंगे. 02.30-03.30 यह देश है वीर जवानों का सत्र में कवि हरिओम पवार, राहुल अवस्थी, विनीत चौहान अपने देशभक्ति कविताएं प्रस्तुत करेंगे. 03.30-04.15 लेखक और फिल्मकार इम्तियाज अली अपने अनुभव साझा करेंगे. 04.15-05.00 गीतकार हंस राज हंस अपना सूफियाना कलाम पेश करेंगे. 05.00-05.30 गीतकार स्वानंद किरकिरे महफिल जमाएंगे. 05.30-06.00 गीतकार और संगीतकार विद्या शाह और लेखर यतींद्र मिश्र मंच पर अपने अनुभव साझा करेंगे. 06.00-08.00 मुशायरा में शायर वसीम बरेलवी, राहत इंदौरी, नवाज देवबंदी, अभिषेक शुक्ला, एस आर जीशान नियाजी, कुंवर रंजीत चौहान शिरकत करेंगे. 08.00-09.00 सिंगर शुभा मुद्गल का गायन